वैसे तो हर ग्रह अपना महत्व रखता है, परंतु बुध ग्रह एक ऐसा ग्रह है जिसका अपना कोई वजूद नहीं। यह ग्रह जिस भी ग्रह के साथ होता है वैसा ही बन जाता है। ग्रहों का मनुष्य के जीवन पर काफी गहरा प्रभाव होता है जिससे ना केवल उनका जीवन बल्कि स्वास्थ्य, व्यवसाय, शिक्षा, धन, नाम और प्रतिष्ठा प्रभावित होती है। बुध, सूर्य के निकट रहने वाला ग्रह है।
सभी ग्रहों में बुध ग्रह का महत्व बड़ा ही व्यापक है। यदि वैदिक ज्योतिष के अनुसार देखें तो बुध ग्रह कमजोर होने से इंसान के जीवन में कई प्रकार की परेशानियां व विपदा आ सकती है। वहीं यदि बुध ग्रह कुंडली में बलवान है तो वह किसी भी व्यक्ति को खुशियों के रंग से भर देता है। कहने को तो यह ग्रह एक छोटा सा ग्रह है लेकिन इसकी महत्वता वैदिक ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति के जीवन में काफी बड़ी होती है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार बुध को रूपवान, मीठा बोलने वाला और स्पष्ट बोलने वाला हरे रंग का बताया गया है, साथ ही इसे कालपुरुष की वाणी की उपाधि भी प्रदान की गई है। सभी ग्रहों के बीच बुध ग्रह को युवराज का पद मिला है।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार यह कहते हैं कि यदि बुध सही है तो व्यक्ति के साथ सब कुछ सही है लेकिन अगर बुध बिगड़ गया या नीच का हो गया तो उस व्यक्ति के जीवन में परेशानियां आ जाती हैं उसी के साथ उसकी खुशियां बिगड़ जाती है।
सूर्य बुध का मित्र है और सूर्य के साथ मिल जाने पर बुध के हर प्रकार के दोष भी नष्ट हो जाते हैं। बुध का दूसरा मित्र शुक्र ग्रह है, शुक्र की मिट्टी के बगैर बुध में हरियाली नहीं हो सकती। वही बुध ग्रह की दुश्मनी चंद्र ग्रह के साथ मानी जाती है। हालाकी बुध चंद्र को अपना दुश्मन नहीं मानता इसलिए जब भी बुध ग्रह चंद्र ग्रह के चौथे भाव में पाया जाता है तो वह जातक को व्यापार में अच्छे फल भी देता है। कहने का तात्पर्य यही है कि चंद्र के साथ बुध होने पर यह उत्तम हो जाता है।
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध पीड़ित होता है तो व्यक्ति के अंदर सोचने समझने और महसूस करने की शक्ति कमजोर होने लगती है जैसे खुशबू और बदबू का पता नहीं चलना, त्वचा का रंग सुन हो जाना, किसी कीड़े के काटने पर पता ना चलना इत्यादि।
यदि बुध ग्रह नीच स्थान पर है तो व्यक्ति बुद्धिमान होने के साथ-साथ अहंकार से भी ग्रसित हो जाता है। कर्ज से परेशान रहने लगता है और आर्थिक तौर पर बुरी तरह से प्रभावित हो जाता है। इसी के साथ वह कई प्रकार की बीमारियों से ग्रसित हो जाता है। यदि वह उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहा हो तो उसे यह कमजोर भी बना देता है और सीखने समझने की शक्ति भी कम कर देता है। इसीलिए यह माना जाता है कि भले ही ग्रहण छोटा हो या बड़ा उसका प्रभाव व्यक्ति के जीवन में हर दूसरे ग्रह के अनुसार उतना ही पड़ता है। बुध के खराब होने पर शुक्र ग्रह का सहारा लेना पड़ता है। बुध राहु के दोष से दूर करता है। व्यापार करना इसकी मुख्य पहचान भी मानी जाती है और व्यापार में भी उन कामों से जिनके अंदर बातों से कमाया जाता हो।
यदि बुध ग्रह आपके पक्ष में है तो यह आपके लिए अच्छी बात साबित हो सकती है। यदि कोई भी चीज आप के पक्ष में हो तो वह निसंदेह आपको सकारात्मक प्रभाव देंगी । वहीं यदि बुध भी आपके पक्ष में हो तो यह आपको मालामाल भी कर सकता है। यह आपको अपने जीवन में अनंत ऊंचाइयों तक पहुंचा सकता है।
यदि कोई व्यक्ति व्यवसाय क्षेत्र से जुड़ा है तो उस व्यक्ति को अपने व्यवसाय में खास करके शेयर बाजार में या उससे संबंधित क्षेत्र में सफलता मिलती है वह लाभ होता है।
बुध ग्रह के प्रतीक होते हैं खुशहाली, हरियाली, बहन, मौसी, हरा रंग, नाक, कोरा कागज, सीप मटका, प्याज, चौड़े पत्तों वाले पेड़, तोता इत्यादिl
यदि आप बुध ग्रह से जुड़ी और बातों की जानकारी संक्षेप में लेना चाहते हैं, तो आप इंस्टिट्यूट ऑफ वैदिक एस्ट्रोलॉजी के साथ पत्राचार पाठ्यक्रम के जरिए वैदिक ज्योतिष सीख सकते हैं और अपने जीवन में ग्रहों के प्रभाव को कम कर सकते हैं।
No comments:
Post a Comment